पानी हमारे शरीर का एक अभिन्न हिस्सा हैं जो मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे हमारे शरीर का 65-80 प्रतिशत हिस्सा बना हैं और इसके अभाव से आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए पानी कब कितना और कैसे पीना हैं पता होना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर की कुछ जरूरते होती हैं जिनमे भूख, प्यास, नींद और शौच जैसे संकेत मिलते हैं। इसलिए भूख लगे तो खाना खाएं और प्यास लगे तो पानी पीएं। क्या आपको पानी पीने का सही समय और सही मात्रा के बारे में जानकारी नहीं हैं तो आपके शरीर में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं और हम साधारण सी बात हैं कहाकर ध्यान नहीं देगे। तो आइये जानते हैं Pani Pine ka Sahi Tarika के बारे में।
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विषय सूची(Table of Contents):-
- पानी क्यों जरूरी है?(Why is Water Important?)
- पानी कैसा पीएं(How to Drink Water)
- पानी पीने का सही तरीका और वक्त क्या हैं?(What is The Right Way and Time to Drink Water?)
- पानी बैठकर पीएं खडे होकर नहीं(Drink Water Sitting not Standing)
- पानी सिप-सिप करके पीएं गट-गट करके नहीं(Drink Water Sip by Sip, not by Gulping)
- पानी गलत तरीके से पीने के कई बीमारियों का खतरा(Risk of Many Diseases by Drinking Water Wrongly)
- सावधानियां और उपाय(Precautions and Remedies)
Pani Pine ka Sahi Tarika:-
पानी क्यों जरूरी है?(Why is Water Important?)
पानी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और सही मात्रा में पानी पीना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें विभिन्न पोषक तत्वों के साथ-साथ शुद्धता भी होती है, जिससे हमारे शरीर के सभी प्रणालियाँ सही ढंग से काम करती हैं, इसलिए पानी जरूरी हैं।
पानी कैसा पीएं(How to Drink Water)
- आज कल के लोगो को पता नहीं हैं कि पानी ठण्डा या गरम पिये। आयुर्वेद की माने तो पानी हमेशा शरीर के तापमान से ठण्डा नहीं होना चाहिए।
- पानी हमेशा मौसम के हिसाब से चेंज करना चाहिए जैसे- गर्मियो में फ्रिज का ठण्डा पानी पिने के बाजय नॉर्मल पानी या मटके का पानी पीना चाहिए, सर्दी और बरसात में हमेशा गर्म या गुनगने पानी पीना चाहिए।
- अगर आप शरीर के तापमान से ज्यादा ठण्डा या गरम पानी पीते हैं तो शरीर में कई तरह की दिक्कते हो सकती हैं। इसलिए हमेशा नॉर्मल पानी ही पीएं।
पानी पीने का सही तरीका और वक्त क्या हैं?(What is The Right Way and Time to Drink Water?)
- पानी पीने का सही वक्त सुबह उठने के बाद खाली पेट 2-3 गिलास गुनगुना पानी पिये इससे अंदरूनी ऊर्जा को एक्टीव रखता हैं।
- एक गिलास पानी नहाने के बाद पीने से ब्लड प्रेशर का खात्मा करता हैं।
- खाना खाने के एक से डेढ घण्टे बाद नहाना चाहिए या खाना खाने से पहले भी नहा सकते हैं।
- 1-2 गिलास पानी खाना खाने के 45 मिनट पहले या बाद पिये हाजमें को दुरूस्त रखता हैं।
- एक गिलास पानी सोने से पहले पिये हार्ट अटैक से बचाता हैं।
- हर दिन कम से कम 8-10 गिलास या 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए पांचनतंत्र को मजबूत रखता हैं।
पानी बैठकर पीएं खडे होकर नहीं(Drink Water Sitting not Standing)
- पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए क्योंकि अगर आप खडे होकर पानी पीते हैं तो पानी सीधे पेट में चला जायेगा जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पायेगा।
- इसलिए आप बैठकर पानी पीते हैं तो पानी सीधे पेट में नहीं जायेगा बल्कि धीरे-धीरे आपके पेट में जायेगा जिससे आपके खाना को पाचने में मदद करेगा। इससे आपके शरीर को पोषक तत्व मिल पायेगा।
पानी सिप-सिप करके पीएं गट-गट करके नहीं(Drink Water Sip by Sip, not by Gulping)
- पानी हमेशा एक साथ गट-गट करके नहीं बल्कि सिप-सिप करके पीना चाहिए।
- इसका कारण यह हैं कि जब हम पानी गट-गट करके पीने के बजाय सिप-सिप करके पीते हैं तो हमारी लार भी पानी में मिलाकर अंदर जाती हैं।
- जिससे लार में उपस्थित टॉयलिन एंजाइम हमारे खाने को पचाने में मदद करता हैं। इससे पांचनतंत्र मजबूत होता हैं।
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पानी गलत तरीके से पीने के कई बीमारियों का खतरा(Risk of Many Diseases by Drinking Water Wrongly)
अगर आप पानी गलत तरीके, गलत मात्रा और गलत समय में पीते हैं तो इससे पांचन में दिक्कत, ब्लड प्रेशर, किडनी प्रॉब्लम और सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए पानी पीने का सही तरीका जानना बहुत जरूरी हैं। जिससे आप कभी बीमार न पड़े।
पानी पीने के गलत तरीके
1. सुबह उठते ही ठंडे पानी का सेवन
अगर आप सुबह उठते ही ठंडे पानी का सेवन करते हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। सुबह का समय शरीर के लिए अच्छा है, लेकिन ठंडे पानी से पाचन शक्ति कमजोर होती है।
2. भारी मात्रा में पानी पीना
अधिक मात्रा में पानी पीना भी हानिकारक होता है। अधिक पानी पीने से शरीर के अंदर के ऊर्जा स्तर को प्रभावित करता है और यह किडनी को भी बुरा प्रभाव डालता है।
3. खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना
खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना भी अच्छा नहीं है, क्योंकि यह पाचन क्रिया को बाधित करता है। खाना खाने के बाद कुछ समय तक पानी पीने से पाचन तंत्र को सही से काम करने में मदद मिलती है।
सावधानियां और उपाय(Precautions and Remedies)
1. नियमित अंतराल में पानी पीना
2. ठंडा पानी पीने के नुकसान से बचना
3. उचित मात्रा में पानी पीना
निष्कर्ष(Conclusion)
पानी पीने के तरीके से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ on How to Drink Water)
Q1. पानी को पचने में कितना समय लगता है?
आपको बता दें कि पाचन प्रक्रिया में पानी का महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि यह आहार को तोड़कर उसमें मौजूद ऊर्जा और पोषण को शरीर में पहुंचाने में सहायक होता है। पानी को पचने में बिल्कुल समय नहीं लगता है।
Q2. आयुर्वेद के अनुसार पानी कैसे पीना चाहिए?
पानी को आयुर्वेद में 'उष्ण' गुण से युक्त माना जाता है, जिससे वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद मिलती है। यदि आप आयुर्वेद के अनुसार पानी पी रहे हैं, तो सुबह उठने के बाद ताजगी से उबाला या गुनगुना पानी पीना लाभकारी होता है। रात को एक बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह उठकर इसे गुनगुना करके पीने की सिफारिश की जाती है। यह वात, पित्त और कफ को संतुलित रखने में मदद करता है।1-2 गिलास पानी खाना खाने के 45 मिनट पहले या बाद पिये इससे हाजमें को दुरूस्त रखा जाता हैं।
Q3. एक व्यक्ति को 24 घंटे में कितना पानी पीना चाहिए?
एक व्यक्ति को 24 घंटे में रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है या 2 से 3 लीटर के बीच। हालांकि इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि इतना पानी पीने से हमेशा हाइड्रेट रहा जाता है या इससे बीमारियां नहीं होती।